साइबर हैकिंग क्या है? और यह कितने प्रकार की होती है?

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नमस्कार दोस्तों आपका हमारे एक और नए पोस्ट पर स्वागत है जहा इस पोस्ट में साइबर हैकिंग क्या है? के बारे में बात करने जा रहे है और इसी के साथ यदि आप हैकिंग के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तब आप एक दम सही पोस्ट पर आये है जहा हमें हैकिंग किस तरह काम करती है के बारे में पूरी तरह से बताया है।  

आज अगर हम देखे तो पूरी दुनिया लगभग इंटरनेट पर काम करती है जहा इंटरनेट पर आपको बहुत साड़ी वेबसाइट मिल जाती है और इन वेबसाइट में बहुत सारी ऐसी वेबसाइट भी होती है जो की आपका डाटा भी चुरा लेती है और आपको पता भी नहीं चलता। और आपके डाटा का उपयोग बहुत ज्यादा पैसे में बेच कर यह वेबसाइट पैसे कमाने का कार्य करती है  जहा आपका डाटा आपका फ़ोन नंबर आपका नाम और आपका ईमेल क्या है इत्यादि हो सकता है। 

इसके अतिरिक्त आज भारत में और दूसरे देशो में स्मार्टफोन हर कोई उपयोग कर रहा है और इसके चलते बहुत सारी ऐसी ऐप होती है जो की आपका डाटा आपके फ़ोन को एक्सेस करके चुरा लेती है और फिर वही आपके डाटा का उपयोग करके आपको विज्ञापन दिखाना और आपके परसनल डाटा को बेच कर उनसे पैसे कामना यही होता है।  इस समस्या से कैसे बचा जाए यह आपको इस पोस्ट में जाने को मिलेगा इसीलिए इस पोस्ट को पूरा पढ़े तो फिर बिना समय गवाए इस पोस्ट को शुरू करते है।  और जानने की कोशिस करते है आखिर साइबर हैकिंग क्या है? 

साइबर हैकिंग क्या है? (Cyber Hacking Kya Hai in hindi)     

जब  भी किसी संस्था के नेटवर्क को ढूंढ कर नेटवर्क में किसी भी कमी के माध्यम से उस नेटवर्क के अंदर खुल जाना और उपलब्ध जानकारियों को चुराना या फिर उन जानकारियों के साथ छेड़छाड़ करना साइबर हैकिंग कहलाता है।अपना आए दिन सुना होगा कि वेबसाइट हैक कर ली जाती है और हैकर के द्वारा उन वेबसाइट पर उनका लोगों बना दिया जाता है यही हैकिंग कहलाती है ।

साइबर हैकिंग के माध्यम से हैकर कंप्यूटर के अंदर वायरस फैलाते हैं यदि किसी बैंक की वेबसाइट को हैक किया है तब वांछनीय ट्रांसफर कर लिए जाते हैं या फिर कोई ऐसी वेबसाइट जहां पर सरकार का डाटा उपलब्ध है और वेबसाइट को हैक करके साइबर हैकिंग के माध्यम से डाटा को चढ़ाया जाता है।

हैकिंग कितने प्रकार की होती है? (hacking kitne prakar ke hote hain)

वैसे हैकिंग के दो प्रकार होते हैं लेकिन मुख्य हैं पहला एथिकल हैकिंग दूसरा अनएथिकल हैकिंग 

एथिकल हैकिंग 

एथिकल हैकिंग के माध्यम से किसी भी हैकिंग को रुका जाता है या फिर बड़ी-बड़ी कंपनियां या सरकार के माध्यम से अपने ही सिस्टम को हैक करवाने की कोशिश की जाती है जिससे यह पता चल सके कि उनके सिस्टम में कितनी कमियां हैं और कोई भी हैकर जब उनके सिस्टम को हैक करेगा तो वह कहां-कहां से कर सकता है कुल मिलाकर लूप पॉइंट को ढूंढने की प्रक्रिया को एक लेकिन कहा जाता है।

अनइथिकल हैकिंग 

यह हैकिंग का दूसरा रूप है जहां पर बहुत सारे हैकर किसी भी वेबसाइट को हैक करने के कार्यों में जुटे होते हैं इनका इरादा गलत होता है और यह किसी भी तरह से किसी भी सिस्टम को चाहे वह सरकार का हो या फिर किसी भी बड़ी कंपनी का हो उस नेटवर्क में घुसकर वायरस फैलाने का काम करते हैं या फिर डाटा चुराने का काम करते हैं और बाद में डाटा को मैनिपुलेट करके फैलाने का काम भी किसी किसी हैकर के द्वारा किया जाता है यही अनइथिकल हैकिंग कहलाती है।

हैकर्स को कैसे रोके? (hacking ko kaise roke ja sakta hai batao)

जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया आपके फोन को भी हैक किया जा सकता है और यदि आप अपने कंप्यूटर पर किसी भी कक्षा इसको सर्च करते हैं तब आपके कंप्यूटर तक को भी है किया जा सकता है पर इस हैकिंग को रोकने के लिए आप क्या क्या प्रयास कर सकते हैं वह हमें नीचे बताए हैं जो इस प्रकार हैं।

पब्लिक वाईफाई का उपयोग ना करें किसी भी क्रैक वर्जन एप इंस्टॉल ना करें केवल प्ले स्टोर एप्स स्टोर और माइक्रोसॉफ्ट स्टोर के माध्यम से ही एप्स को इंस्टॉल करें किसी वेबसाइट पर अपना डाटा ना डालें एसएमएस में या फिर ईमेल में किसी भी लिंक को ओपन ना करें कंप्यूटर में एंटीवायरस का उपयोग करें अपने सिस्टम को हमेशा अपडेट रखें क्रोम ब्राउजर में किसी भी तरह के इंस्टॉल ना करें। इंटरनेट पर किसी अज्ञात व्यक्ति पर विश्वास न करें। अपने वेब ब्राउज़र की हिस्ट्री को समय-समय पर साफ करें। पासवर्ड को नियमित अंतराल में बदलें।

हैकिंग के प्रकार

अलग-अलग प्लेटफार्म उपयोग करके हैकिंग भी अलग-अलग तरह से की जाती है जो कि हैकिंग के प्रकार कहलाते हैं जो इस प्रकार हैं।

  • पासवर्ड हैकिंग  
  • वेबसाइट हैकिंग  
  • एथिकल हैकिंग
  • नेटवर्क हैकिंग
  • बैंकिंग हैकिंग  
  • कंप्यूटर हैकिंग
  • ईमेल हैकिंग

इन सभी हैकिंग में सभी चीज़ो के हैक होने के बाद ओनर्स अपने एक्सेस को खो देते है और हैकर्स इन्हे हैक करके बुरी गतिविधियों को अंजाम देते है।                   

हैकर्स के प्रकार

हैकिंग करना हैकर का काम होता है जहा हैकर के निम्नलिखित प्रकार होते है।

वाइट हैट हैकर

इन हैकर्स का काम अच्छा माना जाता है जहा ये बुरे हैकर्स के द्वारा किये गए कार्यो और उनकी बुरी गतिविधियों को रोकने का कार्य करते है और पुरे सिस्टम को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करते है।

ब्लेक हैट हैकर

इस तरह के हैकर्स का काम केवल बड़ी बड़ी कंपनियों के नेटवर्क को बर्बाद करना और केवल बुरी गतिविधियों को अंजाम देना होते है यह हैकर्स सबसे ख़राब हैकर्स माने जाते है।

ग्रे हैट हैकर

इस तरह के हैकर्स का काम केवल सिस्टम को हैक करना और नेटवर्क के मालिक को उसके बारे में बताना होता है जहा इस तरह के हैकर्स किसी भी नेटवर्क को नुकसान नहीं पहुंचते है बस उन्हें सुरक्षा प्रदान करते है।

साइबर हैकिंग FAQ’s

Q1. हैकिंग कोर्स की फीस कितनी है?

हैकिंग कोर्स की फीस 10000 रूपए से लेकर तक प्रति माह होती है?

Q2. हैकिंग सीखने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?

हैकिंग सीखने के लिए Ethical Hacking Courses कोर्स करना पड़ता है?

Q3. भारत में नंबर 1 हैकर कौन है?

भारत में नंबर 1 हैकरअंकित फ़ादिया है?

अंत में 

मुझे उम्मीद है आज इस पोस्ट के माध्यम से आपको मेरे द्वारा दी गई साइबर हैकिंग क्या है? के बारे में जानकारी काफी पसंद आई होगी जहां इस पोस्ट संबंधित आपको किसी भी तरह का कोई सवाल या तो सुझाव है तब आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से संपर्क करके बता सकते हैं हम जल्दी से जल्दी आपके सवाल का जवाब देंगे।

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