आज के समय में हम कंप्यूटर का प्रयोग कर रहे हैं। उस कंप्यूटर को डेस्कटॉप कहा जाता है। कंप्यूटर अलग-अलग प्रकार के होते हैं यानी कि कंप्यूटर सिर्फ एक ही प्रकार का नहीं है। कंप्यूटर को सुविधा के अनुसार अलग-अलग तरह से डिजाइन किया गया है हमारे आसपास मौजूद कंप्यूटर जिसमें हम अधिकतर लैपटॉप ओर डेस्कटॉप को ही देखते हैं। लेकिन इसके अलावा भी कंप्यूटर के कुछ विशेष प्रकार हैं। जिन्हें विशेष कार्य को संपन्न करने के लिए प्रयोग में लिया जाता है। आज के आर्टिकल में हम आपको कंप्यूटर के कितने प्रकार हैं। इसके बारे में डिटेल में जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।
कंप्यूटर कितने प्रकार का होता है?
कंप्यूटर के प्रकार के बारे में यदि हम बात करें तो कंप्यूटर को अलग-अलग डिजाइन के साथ इसलिए बनाया गया है। क्योंकि कंप्यूटर अलग-अलग प्रकार के कार्य को एक ही डिजाइन के साथ संपन्न करने में सक्षम रहता है। उसी के चलते अलग-अलग कार्य को संपन्न करने के लिए कंप्यूटर को उसी तरह से डिजाइन किया गया है।
कंप्यूटर को कार्यप्रणाली के आधार पर और स्पीड व आकार के आधार पर अलग-अलग श्रेणी के साथ अलग-अलग भागों में बांटा गया है जो कुछ इस प्रकार से है:-
1. कार्य प्रणाली के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
कंप्यूटर के कार्य प्रणाली के आधार पर कंप्यूटर को अलग-अलग भागों में विभाजित किया गया है। कंप्यूटर का कार्य प्रणाली के आधार पर मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है जो कुछ इस प्रकार से है:-
- Analog Computer
- Digital Computer
- Hybrid Computer
Analog Computer
इस प्रकार के कंप्यूटर जो हमेशा एक सिंगल कार्य को करने में सक्षम होते हैं। इस प्रकार की मशीन को एनालॉग कंप्यूटर कहा जाता है। इस कंप्यूटर में हमेशा लगातार बदलने वाली भौतिक मात्रा को कैलकुलेट करके उसके अंक को रिजल्ट के रूप में व्यक्त करने का काम संपन्न होता है। उन कंप्यूटर को एनालॉग कंप्यूटर की श्रेणी में रखा गया है। यह कंप्यूटर मुख्य तौर पर तापमान मापने के लिए काम किए जाते हैं।
साथ-साथ कार के स्पीडोमीटर में गाड़ी की चाल बताने में भी एनालॉग मल्टीमीटर का प्रयोग किया गया है। इस प्रकार के आंकड़ों को प्रदर्शित करने के लिए एनालॉग कंप्यूटर का प्रयोग होता है। एनालॉग कंप्यूटर जो बदलने वाली भौतिक मात्रा को माप कर उसका रिजल्ट आपके सामने प्रस्तुत करता है।
Digital Computer
डिजिटल तब से ही पता चलता है, कि यह कंप्यूटर जो अंक के डाटा पर आधारित कार्य को संपन्न करता है। इस प्रकार के कंप्यूटर में जो इनपुट कमांड डाली जाती है। वह डिजिट के रूप में होती है जिसे बायनरी नंबर भी कहा जाता है। यह कंप्यूटर जो मल्टीपल आउटपुट फॉर्म देने की क्षमता रखते हैं। साथ-साथ आउटपुट के तौर पर इस प्रकार के कंप्यूटर डिजिट के साथ-साथ ग्राफिक और साउंड इन रूप में भी आउटपुट को प्रस्तुत करते हैं।
Hybrid Computer
यह एक ऐसा कंप्यूटर है, जो हर प्रकार के कैलकुलेशन बहुत ही सक्षम और सटीक तरीके से करने की क्षमता रखता है। इस कंप्यूटर को एनालॉग और डिजिटल दोनों टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके बनाया गया है। इसीलिए इस नंबर को हाइब्रिड कंप्यूटर कहा जाता है। यह कंप्यूटर बहुत ही जटिल घटनाओं को सेकंड में संपन्न करने की क्षमता रखता है। वास्तव में इस कंप्यूटर का प्रयोग उन्हीं स्थानों पर किया जाता है। जहां लंबी-लंबी कैलकुलेशन का रेगुलर प्रयोग हो रहा हो इस कंप्यूटर को मुख्य रूप से विज्ञान व प्रौद्योगिकी क्षेत्र में किया जाता है। पेट्रोल पंप पर लगे Vendor मशीन में भी इस प्रकार की टेक्नोलॉजी का ही प्रयोग किया गया है।
2. आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
स्पीड और आकार के आधार पर भी कंप्यूटर को चार भागों में विभाजित किया गया है जो कुछ इस प्रकार से है:-
- Micro Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
Micro Computer
जो एक प्रकार का सिंगल यूजर सिस्टम है। इस कंप्यूटर के माध्यम से सिर्फ एक ही यूजर एक कंप्यूटर पर कार्य कर सकता है। सामान्य रूप से लगभग सभी प्रकार के कार्य के क्षमता इस प्रकार के कंप्यूटर में होती है लेकिन यह कंप्यूटर आकार में सबसे छोटे होते हैं इस कंप्यूटर को मुख्य तौर पर घर पर स्कूल कॉलेज और अपने पर्सनल काम के लिए यूज़ किया जाता है। इस प्रकार के कंप्यूटर में लिमिटेड क्षमता के कार्य होते हैं इतना ही नहीं इस कंप्यूटर में सिंगल सीपीयू होता है। इसी वजह से इस कंप्यूटर को माइक्रो कंप्यूटर कहा गया है। इसके उदाहरण डेस्कटॉप, लैपटॉप और टेबलेट है। जिनका प्रयोग हम सामान्य जीवन में मुख्य तौर पर कर रहे हैं।
Mini Computer
यह कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में काफी पावरफुल है और इस कंप्यूटर को मुख्य तौर पर बिजनेस और व्यवसायिक कार्यों में यूज किया जाता है। इस कंप्यूटर की मदद से एक साथ 200 यूजेस साथ में काम कर सकते हैं। ऐसे कंप्यूटर का प्रयोग बैंकिंग और यूनिवर्सिटी में मुख्य तौर पर देखा जाता है। इस प्रकार के कंप्यूटर पर्सनल घरों में बहुत कम होते हैं। क्योंकि इनकी आकृति और कार्य करने की क्षमता दोनों माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में बहुत ज्यादा है।
Mainframe Computer
यह कंप्यूटर आकार में बहुत ही बड़े होते हैं और कार्य करने में बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली होते हैं। इस प्रकार के कंप्यूटर को ऐसे स्थान पर लगाया जाता है। जहां लोकेशन निकालने के साथ-साथ अन्य प्रकार के कई महत्वपूर्ण डांटा का निष्पादन करना और बड़ी मात्रा में कैलकुलेशन के साथ-साथ डाटा मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है। वहां पर इस प्रकार के कंप्यूटर को लगाया जाता है। इस प्रकार के कंप्यूटर से वृद्धि के साथ हर प्रकार के डाटा को एक्सेस कर के रिजल्ट को प्रोसेस करने में मदद करते हैं। साथ-साथ इस प्रकार के कंप्यूटर में स्टोरेज कैपेसिटी भी बहुत ज्यादा होती है। जो कंप्यूटर के सभी प्रकार के डाटा को भंडारण करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Super Computer
इस प्रकार के कंप्यूटर वर्तमान में अत्यधिक को गणना शक्ति जैसे जगहों पर उपयोग में लिए जाते हैं। इन कंप्यूटर को सुपरकंप्यूटर इसलिए कहा जाता है। क्योंकि यह कंप्यूटर छोटी से छोटी घटनाओं को बड़ी तेज रफ्तार के साथ हल करते है। इस प्रकार के कंप्यूटर की मदद से जटिल अतम समस्याओं का हल तुरंत निकल जाता है।
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है? FAQ
Q. कंप्यूटर के कितने प्रकार होते हैं?
कंप्यूटर को कार्य करने की प्रणाली के आधार पर तीन भागों में और आकार व स्पीड के आधार पर चार भागों में विभाजित किया गया है।
Q. सुपर कंप्यूटर का प्रयोग कहां होता है?
सुपर कंप्यूटर का प्रयोग मुख्य रूप से तापमान की गणना करने और वैज्ञानिकों के लिए विज्ञान की कैलकुलेशन को करने के लिए इसका प्रयोग होता है।
Q. कंप्यूटर के जनक कौन है?
कंप्यूटर के जनक चार्ल्स बैबेज है। जिन्होंने 1822 में कंप्यूटर की खोज की थी।
Q. वर्तमान में हम कौन से कंप्यूटर का प्रयोग कर रहे हैं?
वर्तमान समय में हमारे पास जो कंप्यूटर है वह माइक्रोकंप्यूटर है इस कंप्यूटर को मुख्य तौर पर single-user ही प्रयोग कर सकता है।
निष्कर्ष
कंप्यूटर का प्रयोग तो हम सभी कर रहे हैं। लेकिन कंप्यूटर के कितने प्रकार हैं। इसके बारे में ज्यादातर लोग अवगत नहीं थे आज के आर्टिकल में हमने आपको कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं। इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी है। हमें आशा है , कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से जुड़ा कोई सवाल है। तो वह हमें कमेंट के जरिए बता सकता है।