शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थी अलग-अलग डिग्री व डिप्लोमा कोर्स करके अपने आप को शिक्षित और अपने करियर को सुरक्षित बनाने की चाहत में रहता है। विद्यार्थी के लिए किसी भी डिग्री व डिप्लोमा लेने से पहले न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता मापदंड को पूरा करना होता है। यदि कोई विद्यार्थी जीएनएम कोर्स करना चाहता है तो विद्यार्थी को 12वीं कक्षा पास करने पड़ती है।
12वीं कक्षा पास करने के बाद ही विद्यार्थी अधिकतर डिग्री व डिप्लोमा में भाग ले सकते हैं। हालांकि कई डिग्री व डिप्लोमा ऐसे भी हैं। जो दसवीं कक्षा पास करने के बाद भी आवेदन करने का मौका देते हैं। आज के आर्टिकल में हम आपको जीएनएम कोर्स क्या होता है और जीएनएम कोर्स कितने साल का होता है? (gnm nursing course kitne saal ka hota hai)। इसके बारे में डिटेल में जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।
जीएनएम कोर्स क्या होता है? (Gnm course kya hota hai in hindi)
चिकित्सा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के द्वारा किया जाने वाला एक लोकप्रिय डिप्लोमा कोर्स जीएनएम कोर्स है। जो 3 साल और 6 महीने की अवधि के लिए विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाया जाता है। इस अवधि में 6 महीने विद्यार्थियों को इंटर्नशिप ट्रेनिंग के तौर पर पढ़ाया जाता है और 3 सालों तक विद्यार्थी इस डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई करके सर्टिफिकेट हासिल करते हैं।
यह डिप्लोमा कोर्स विद्यार्थियों के लिए 12वीं कक्षा पास करने के बाद उपलब्ध कराया जाता है। इस कोर्ट को विद्यार्थी के लिए एक बेहतरीन विकल्प भी माना गया है। जो विद्यार्थी मेडिकल लाइन में जाना चाहते हैं या विद्यार्थी हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ के तौर पर कार्यरत होना चाहते हैं। उन विद्यार्थियों के लिए यह कोर्स काफी ज्यादा बेहतरीन है।
डिप्लोमा को लेने के बाद विद्यार्थी मरीज के इलाज करने और इलाज उपकरणों के बारे में बेहतरीन शिक्षा हासिल कर लेते हैं। डॉक्टर के निर्देशानुसार विद्यार्थियों को इस डिप्लोमा कोर्स में मरीज की देखभाल और मरीज को दवाई देने के साथ-साथ समय-समय पर मरीज का चेकअप करना और मरीज से वार्ता करके मरीज के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी एकत्रित करने की जिम्मेदारी जीएनएम नर्सिंग डिप्लोमा ले चुके विद्यार्थी की होती है। जो नर्सिंग स्टाफ के तौर पर किसी भी हॉस्पिटल दफ्तर में कार्यरत होता है।
GNM का फुल फॉर्म क्या है? (GNM Full Form in Hindi)
अंग्रेजी में कई ऐसे शब्दों का प्रयोग हम अपने सामान्य जीवन में करते हैं। जिसका एक विशेष फुल फॉर्म होता है। जीएनएम शब्द का प्रयोग आज के समय में बहुत अधिक लोगों द्वारा किया जा रहा है। जीएनएम का पूरा नाम जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (General Nursing and Midwifery) होता है। हिंदी में यदि से उच्चारित किया जाए तो हिंदी में इसका पूरा नाम सामान्य नर्सिंग और दाई होता है।
जीएनएम का कोर्स कितने साल का होता है? (gnm course kitne saal ka hota hai)
जीएनएम डिप्लोमा लेने से पहले विद्यार्थी जब 12वीं कक्षा पास करते हैं। तो विद्यार्थियों के मन में एक सवाल पैदा होता है, कि जीएनएम डिप्लोमा कोर्स लेने के लिए हमें कितना समय लगेगा यानी कि विद्यार्थी के मन में एक विचित्र करने वाला सवाल हमेशा खटकता रहता है, कि इस कोर्स को करने के लिए कितना समय लगेगा। जीएनएम कोर्स कुल 3 साल और 6 महीने की अवधि का होता है। जिसमें 3 साल की अवधि के दौरान विद्यार्थी को डिप्लोमा की पढ़ाई करवाई जाती है और अंतिम 6 महीने की अवधि के दौरान विद्यार्थी को इंटर्नशिप ट्रेनिंग के लिए हॉस्पिटल भेजा जाता है। वहां पर विद्यार्थी अपनी इंटर्नशिप ट्रेनिंग को पूरा करने के पश्चात कॉलेज के द्वारा विद्यार्थी को 3 साल 6 महीने डिप्लोमा पूरे करने का सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया जाता है।
विद्यार्थी इस डिप्लोमा कोर्स को करते समय 3 साल की अवधि के दौरान कॉलेज में थ्योरी व प्रैक्टिकल के माध्यम से चिकित्सा संबंधित संपूर्ण शिक्षा को हासिल करता है। लेकिन सिर्फ थ्योरी पढ़ाई करने से विद्यार्थी संपूर्ण नहीं हो जाता है। इसलिए विद्यार्थी को अनुभव लेने के लिए 6 महीने की इंटर्नशिप ट्रेनिंग के लिए हॉस्पिटल में भेजा जाता है। हॉस्पिटल में विद्यार्थी नर्स के तौर पर हॉस्पिटल कर्मचारियों के साथ शामिल होकर संपूर्ण कार्यों का अनुभव लेता है। उसके पश्चात विद्यार्थी को डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाता है।
जीएनएम कोर्स की फीस कितनी होती है
सामान्य तौर पर विद्यार्थी कई प्रकार के सवालों से विचलित होते हैं विद्यार्थी के मन में जीएनएम कोर्स की फीस को लेकर 20 सवाल पैदा होते हैं। सरकारी संस्थान में हर डिग्री व डिप्लोमा की फीस कम होती है, तो दूसरी तरफ प्राइवेट संस्थान में यह फीस कई गुना अधिक होती है। सरकारी संस्थान में यदि जीएनएम कोर्स की फीस की बात करें तो यहां ₹30000 से लेकर ₹70000 तक की अनुमानित प्रति वर्ष फीस होती है। लेकिन प्राइवेट संस्थान में यह फीस ₹70000 से लेकर ₹300000 तक प्रति वर्ष हो सकती है।
जी एन एम के बाद जॉब कहां पर मिलती है?
जो विद्यार्थी जीएनएम डिप्लोमा कर चुके हैं। उन विद्यार्थियों को अब जॉब मिलने की चिंता होना शुरू हो जाती है। विद्यार्थी जीएनएम डिप्लोमा कोर्स करने के पश्चात नरसिंह पद पर अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत हो सकते हैं। जीएनएम डिप्लोमा कोर्स करने के बाद जॉब अपॉर्चुनिटी के तौर पर कई अवसर विद्यार्थी के सामने मौजूद होते हैं, जो कुछ इस प्रकार से है:-
- आईसीयू नर्स (ICU Nurse )
- जूनियर नर्स (Junior Nurse )
- नर्सिंग ट्यूटर (Nursing Tutor )
- होम केयर नर्स (Home Care Nurse )
- स्टाफ नर्स (Staff Nurse )
- क्लिनिकल नर्स (Clinical Nurse)
- ट्रेवलिंग नर्स (Traveling Nurse)
- कम्युनिटी हेल्थ केयर नर्सिंग (Community Health Care Nursing )
- फिजिशियन अटेंनडेंट (Physician Attendant )
- फॉरेंसिक नर्स (Forensic Nurse )
निष्कर्ष
देशभर में जीएनएम डिप्लोमा लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत ज्यादा है। विद्यार्थियों को मेडिकल लाइन में ले जाने के लिए सबसे बेहतरीन डिप्लोमा कोर्स जीएनएम ही माना जाता है। आज के आर्टिकल में हमने आपको जीएनएम डिप्लोमा कोर्स किया है और जीएनएम डिप्लोमा कितने साल का होता है? (gnm ka course kitne saal ka hota hai)। इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी।