हम अपने रोजाना की जिंदगी में कंप्यूटर का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कंप्यूटर भी कई प्रकार के होते हैं जिनमें से एक मिनीकंप्यूटर भी होता है। बहुत ही कम लोग जानते हैं कि मिनी कम्प्युटर क्या है? (mini computer kise kahate hain) और मिनी कम्प्युटर का उपयोग कैसे किया जाता है।
तो आइए आज के इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करते हैं और विस्तार पूर्वक समझते हैं कि मिनी कंप्यूटर क्या है और मिनी कम्प्युटर का उदाहरण क्या होगा। साथ ही हम मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर के बीच का अंतर भी देखेंगे, क्योंकि अक्सर लोगों को इन दोनों कंप्यूटर के बीच में कंफ्यूजन होता है। तो आइए लेख को शुरू करते है।
मिनी कंप्यूटर क्या है? (What is mini computer in hindi)
1 महीने कंप्यूटर कंप्यूटर का ही एक कैटेगरी है, जो 1960 के दशक में उभरा था। इसे हम मेनफ्रेम कंप्यूटर या मिडरेंज कंप्यूटर भी कहते हैं। इन कंप्यूटरों को छोटे से मध्यम आकार के ऑर्गनाइजेशन की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया था जिन्हें उस समय माइक्रो कंप्यूटर की क्षमता से परे कंप्यूटिंग शक्ति की आवश्यकता थी।
जबकि 1 महीने कंप्यूटर का उपयोग करने की कोई शख्स परिभाषा नहीं है वे आमतौर पर एक Multiprocessing Arcitacture कई उपयोगकर्ताओं के लिए समर्थन और Moderate Processing Power और Memory क्षमता की सुविधा देते हैं।
मिनी कम्प्युटर माइक्रो कंप्यूटर जैसे ही छोटे होते हैं लेकिन इनकी कार्य क्षमता माइक्रोकंप्यूटर की तुलना में काफी ज्यादा अधिक होती है। अक्सर जो छोटे ऑर्गेनाइजेशन होते हैं वे इस मिनी कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं।
मिनी कंप्यूटर का इतिहास (mini computer ka itihas in hindi)
मिनी कम्प्युटर का इतिहास 1960 के दशक का है जब डिजिटल इक्विपमेंट कॉरपोरेशन (DEC) और IBM जैसी कंपनियों ने अपना पहला मिनी कंप्यूटर मॉडल पेश किया था।
लेकिन सन 1959 में प्रोग्रामेबल डाटा प्रोसेसर बनाकर डिजिटल इक्विपमेंट कॉरपोरेशन (DEC) ने सबसे पहले मिनीकंप्यूटर के उत्पादन की शुरुआत की। इन शुरुआती मिनी कंप्यूटरों जैसे DEC PDP 8 और IBM System 360/Model 30 ने व्यवसायियों को सस्ती और सुलभ कंप्यूटिंग शक्ति प्रदान करके कंप्यूटिंग उद्योग में क्रांति ला दी।
1970 और 1980 के दशक के दौरान मिनी कंप्यूटरों ने वैज्ञानिक अनुसंधान शिक्षा और व्यवसाय सहित विभिन्न उद्योगों में लोकप्रियता हासिल की। उस समय कई महंगे कंप्यूटरों के बीच एक बुनियादी ढांचे की आवश्यकता थी और माइक्रो कंप्यूटर से अधिक प्रोसेसिंग पावर और मेमोरी की जरूरत थी। तो ऐसे में मिनी कंप्यूटर लोगों के लिए काफी किफायती कंप्यूटर बन गया।
मिनी कंप्यूटर का उदाहरण (mini computer ka udaharan)
तो आइए हम समझते हैं कि मिनी कम्प्युटर में कौन-कौन से कंप्यूटर शामिल होते हैं।
- Honeywell 200
- Nord 100
- TI 990
- Prime 9755
- आईबीएम सिस्टम 360
- नोवा
- एचपी 3000
- आईबीएम ए एस 400
मिनी कम्प्युटर की विशेषताएं क्या है? (mini computer ke visheshta bataiye)
मिनी कंप्यूटर की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं –
- मिनी कम्प्युटर को सुपर मिनी कंप्यूटर में बदला जा सकता है जिसमें 80386 सुपर चिप का उपयोग किया जाएगा।
- मिनी कम्प्युटर में सामान्य कंप्यूटर की तुलना में 1 से अधिक सीपीयू होते हैं।
- मिनी कम्प्युटर में एक साथ कई सारे यूजर्स जैसे 8 यूजर्स एक साथ काम कर सकते हैं।
- मिनी कम्प्युटर की प्रोसेसिंग पावर और मेमोरी क्षमता माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक होती है।
- माइक्रो कंप्यूटर और मेनफ्रेम कंप्यूटर की तुलना में मिनी कंप्यूटर अधिक सस्ता होता है।
मिनी कम्प्युटर के उपयोग क्या है? (mini computer ka upyog)
मिनी कम्प्युटर का उपयोग करें सारे जगहों पर होता है।
- मिनी कम्प्युटर का उपयोग फाइनेंशियल इंडस्ट्री में किया जाता है। जैसे बैंक शेयर मार्केट इत्यादि। कुछ Transaction Processing के लिए अक्सर मिनी कंप्यूटर का इस्तेमाल Financial Industry में होता है।
- हेल्थ केयर में भी मिनी कम्प्युटर का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें मेडिकल इमेजिंग रोगी रिकॉर्ड प्रबंधन और अनुसंधान उद्देश्य के लिए मिनी कंप्यूटर का उपयोग होता है।
- Mini Computer आमतौर पर वेबसाइटों वेब एप्लीकेशन और अन्य ऑनलाइन सेवाओं को होस्ट करने के लिए वेब सर्वर के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
- Virtualization Storage management और Network Infrastructure जैसे कार्यों के लिए डाटा सेंटर में मिनी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
- मिनी कम्प्युटर Video Editing, Redring और Content Streaming जैसे कार्यों का समर्थन करके मीडिया और मनोरंजन उद्योग में योगदान करते हैं।
- मिनी कम्प्युटर सरकारी एजेंसियों और डिफेंस ऑर्गेनाइजेशन में डाटा एनालिसिस सिक्योर कम्युनिकेशन और इंटेलिजेंस गैदरिंग एकत्र करने सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए कार्यरत है।
- Mini Computer Digital Automation, जटिल मशीनरी और प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने और निगरानी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मिनी कम्प्युटर और माइक्रो कंप्यूटर के बीच अंतर क्या है? (mini computer aur micro computer ke bich mein antar likhiye)
अक्सर लोग मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर को एक ही कंप्यूटर समझ लेते हैं। लेकिन इन दोनों में ही काफी अंतर होता है। जो कि इस प्रकार है
- मिनी कम्प्युटर को उनके प्रदर्शन आकार और लागत के आधार पर माइक्रोकंप्यूटर से अलग किया जा सकता है। मिनी कम्प्युटर मध्यम स्तरीय computing कार्यों के लिए अधिक किफायती और उपयुक्त है जबकि माइक्रो कंप्यूटर बड़े पैमाने पर computing के लिए डिजाइन किए गए हैं।
- मिनी कंप्यूटर पर्सनल कंप्यूटर के रूप में कार्य नहीं करता है जबकि माइक्रोकंप्यूटर को आमतौर पर पर्सनल कंप्यूटर के रूप में जाना जाता है।
- मिनी कम्प्युटर को Multi Users के लिए डिजाइन किया गया है जबकि माइक्रो कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिजाइन किए गए हैं।
- मिनी कंप्यूटर की तुलना में Micro Computer में कम प्रोसेसिंग पावर और मेमोरी क्षमता होती है।
- माइक्रो कंप्यूटर वर्ड प्रोसेसिंग वेब ब्राउजिंग और मल्टीमीडिया कंजर्वेशन जैसे कार्यों में उत्कृष्ट है लेकिन यह रिसर्च इंटर्नशिप एप्लीकेशन के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने जाना कि मिनी कम्प्युटर क्या है? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको मिनी कम्प्युटर और माइक्रो कंप्यूटर के बीच का अंतर भी समझ आ पाया होगा।
यदि आप मिनी कंप्यूटर से संबंधित कुछ अन्य जानकारियां प्राप्त करना चाहते हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं, यदि आपको ये लेख अच्छा लगा हो तो इसे अन्य लोगों के साथ भी शेयर करें।
पहला मिनी कंप्यूटर कौन सा है?
अगस्त 1965 में, DEC ने PDP-8 की घोषणा की, जिसमें 12-बिट शब्द की लंबाई का इस्तेमाल किया गया और इसकी कीमत $18,000 थी। यह छोटा, किफायती कंप्यूटर सिस्टम अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए उपयुक्त था और यह पहला मिनीकंप्यूटर बन गया।
मिनी कंप्यूटर का दूसरा नाम क्या है?
मिनी कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से अधिक शक्तिशाली होते हैं लेकिन मेनफ्रेम कंप्यूटर और सुपर कंप्यूटर की तुलना में बहुत कम शक्तिशाली होते हैं। मिनी कंप्यूटर माइक्रो और मेनफ्रेम के बीच का कंप्यूटर है, इसलिए इसे मिड रेंज सिस्टम भी कहा जाता है।