अर्थशास्त्रियों के द्वारा चार प्रकार की पूँजी परिभाषित की गई है जिनमें उपयोगी मशीनें, राजस्व प्राप्ति के साधन के रूप में इमारतें, भूमि का सुधार और मानव पूंजी शामिल है। आज इस लेख के माध्यम से हम इन्हीं पूंजियों में से एक मानव पूंजी के बारे में चर्चा करने वाले हैं। क्या आप जानते हैं कि मानव पूंजी क्या है? और इसका क्या महत्व है
यदि नहीं, तो यह लेख आप के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि आज के इस लेख में आप समाज के विकास में सबसे बड़ा योगदान देने वाली मानव पूंजी से जुड़ी जानकारी विस्तृत रूप से प्राप्त करेंगे और जानेंगे कि मानव पूंजी क्या है? तो चलिए लेख को शुरू करते हैं
मानव पूंजी क्या है?
मानव पूंजी किसी दिए गए जनसंख्या या काम कर रहे व्यक्तियों के योग्यता, ज्ञान, अनुभव और कौशल के लिए कहा जाता है। यह किसी भी संस्था की सबसे अहम संपत्ति होती है। मानव पूंजी उस आर्थिक मूल्य का प्रतिनिधित्व करती है जो एक व्यक्ति किसी समाज संगठन में योगदान कर सकता है।
प्रशिक्षण, अनुभव और शिक्षा के माध्यम से मानव पूंजी में सुधार किया जा सकता है। मानव पूंजी को आर्थिक विकास का प्रमुख चालक भी कहा जाता है। सरल शब्दों में कहे तो, मानव पूंजी लोगों के पास की वह जानकारी और विशेषज्ञता है जिन्हें अक्सर आर्थिक विकास को सफलतापूर्वक चलाने के लिए महत्वपूर्ण कारक माना जाता है।
मानव पूंजी के उदाहरण
मानव पूंजी के निम्न उदाहरण है:-
शिक्षा
शिक्षा मानव पूंजी का एक बड़ा हथियार है। शिक्षित व्यक्ति अपने ज्ञान, अनुभव और कौशल के आधार पर बेहतरीन कार्य कर सकता है। अतः किसी व्यक्ति की शिक्षा का स्तर उसकी मानव पूंजी का महत्वपूर्ण घटक माना जाता है।
व्यवसायिक प्रशिक्षण
व्यवसायिक प्रशिक्षण भी मानव पूंजी के उदाहरणों में से एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। यह किसी व्यक्ति को उसके काम में सफलता पाने के लिए जरूरी ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।
अनुभव
अनुभव किसी व्यक्ति के काम के कौशल और उसकी समझ का विस्तार करता है, जो उसे सफलता दिलाने में मददगार होता है। अतः अनुभव भी मानव पूंजी का एक बहुत महत्वपूर्ण घटक है।
रचनात्मक और नवाचार
कुछ अलग तरीके से सोचने और नया विचार उत्पन्न करना भी अपने आप में एक टैलेंट होता है जो मानव पूंजी का एक बेहतरीन उदाहरण है। नवाचार और रचनात्मक व्यक्ति समाज के संगठन को विकसित होने में मदद करता है।
पारस्परिक कौशल
टीम वर्क, अच्छा संचार और सही मार्गदर्शन मानव कौशल का एक उदाहरण है। जिन व्यक्तियों में यह कौशल होता है, वह दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से काम करने और समाज संगठन को सफलता प्राप्त करने में सहायक होते हैं।
स्वास्थ्य
एक व्यक्ति का उच्च स्वास्थ्य भी उसकी मानव पूंजी का एक महत्वपूर्ण घटक है।
भारत में मानव पूंजी का निर्माण के source क्या है?
भारत में मानव पूंजी के बेहतरीन निर्माण के निम्नलिखित स्त्रोत है:-
शिक्षा
स्कूल, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के माध्यम से दी जाने वाली औपचारिक शिक्षा भारत में मानव पूंजी के बेहतरीन निर्माण का सबसे पहला स्रोत है। सरकार ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन और सर्व शिक्षा अभियान जैसी योजनाओं के माध्यम से शिक्षा के विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अनुसंधान और विकास
चिकित्सा, इंजीनियरिंग और विज्ञान जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास की गतिविधियां मानव पूंजी निर्माण में एक अहम योगदान देती है। भारत सरकार ने भारत में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद जैसी बेहतरीन संस्थाओं की स्थापना की है।
व्यवसायिक प्रशिक्षण
लोगों को नौकरी से संबंधित कौशल प्रदान करने के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम किए जाते हैं। भारत सरकार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत अलग-अलग व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे कौशल विकास कार्यक्रम और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चलाती है।
स्वास्थ्य देखभाल
एक बेहतरीन स्वास्थ्य मानव पूंजी निर्माण के लिए एक अहम पहलू है। भारत सरकार ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और आयुष्मान भारत जैसी के योजनाओं को शुरू किया है।
मानव पूंजी का महत्व
किसी भी देश के आर्थिक विकास में मानव पूंजी का एक विशेष महत्व होता है। यदि मानव पूंजी बेहतर तरीके से शिक्षित होगी और उन्हें उचित व्यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्त होगा तो वह संगठन या समाज के फलने फूलने में मददगार साबित होंगे। औद्योगिक विकास का एक बड़ा हिस्सा अधिक पूंजी निवेश करने से नहीं अपितु मानव पूंजी में निवेश करने से प्राप्त होता है।
भारत में मानव पूंजी निर्माण की समस्याएं क्या क्या है?
- भारत में मानव पूंजी निर्माण के सामने एक मुख्य समस्या शिक्षा ठीक से ना मिलना है। हालांकि भारत सरकार के द्वारा को बेहतर करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
- स्वास्थ्य सुविधाएं सही से ना मिल पाना मानव पूंजी निर्माण के सामने एक समस्या है।
- अनुसंधान और विकास के मामले में भारत दूसरे के विकसित देशों से पीछे हैं।
- सरकार ने नए व्यवसाय प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए हैं परंतु इन कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी है।
- भारत में उच्च शिक्षित व्यक्ति बेहतर अवसर की तलाश में देश को छोड़कर विदेशों में चले जाते हैं।
FAQ’s
Q. 1 मानव पूंजी क्या है class 11th?
Ans. मानव पूंजी उस प्रकार की शिक्षा को महत्व देता है जो उत्पादकता को बढ़ाने में सहयोगी हो.
Q. 2 मानव पूंजी क्या है class 12 th?
Ans. किसी एक देश में पाए जाने वाले योग्यता, शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रेरणा, कौशल और ज्ञान के भंडार को मानव पूंजी कहा जाता है और यह सब उन श्रमिकों की योग्यता का जोड़ माना जाता है जो उत्पादन की क्रिया में कार्यरत है।
Q. 3 कौन मानव पूंजी नहीं है?
Ans. भूमि अर्थात जमीन मानव पूंजी घटकों मै से नहीं है।
Q. 4 मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी क्या है?
Ans. स्वस्थ शरीर मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी होती है।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के इस लेख में हमने मानव पूंजी क्या है इससे संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त की है। हमें उम्मीद है कि आप मानव पूंजी के बारे में समझ गए होंगे। यदि यह जानकारी आपको पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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